यदि आप पहले भी माँ बन चुकि है और आप अब दूसरी बार माँ बनने जा रही है तो आज हम इस बारे में चर्चा करेंगे कि आपकी दूसरी गर्भावस्थ पहली गर्भावस्थ से कितनी अलग होगी और इस बार आपके साथ क्या-क्या होने जा रहा है किसी भी एक महिला ने कोई भी दो प्रेगनेंसी एक जेसी नहीं होती है दोनों में कुछ न कुछ फर्क जरुर होता है इस बारे में हम ये भी नहीं कह सकते है कि आपके आने वाले नौं महीने शुरू से लेकर आखिर तक कैसे होने वाले है और वे पहले की मुकाबले कितने अलग होगे हलाकि इसमें कुछ सामान्य बातो का जिक्र जरुर किया जा सकता है लेकिन वे बाते हमेशा सच नहीं होती है
इस बार आपको प्रेगनेंसी का पहले के मुकाबले जल्दी अंदाजा हो जायेगा क्योकि दूसरी बार में प्रेगनेंसी के लक्षणों को पहचानना बहुत ही आसन होता है जबकि ये लक्षण पहले के मुकाबले कम होंते है फिर भी इन्हें आसानी से पहचाना जा सकता है इस बार आपका सुबह के समय ज्यादा जी नहीं मचलायेगा और पाचन की गड़बड़ी भी ज्यादा नहीं होगी इस बार आपको थकान कुछ ज्यादा महसूस होगी क्योकि पहले की मुकाबले इस बार आपको आराम का समय कम मिलेगा इस बार आपको कुछ खाने में रूचि न होना या कुछ खाने की इच्छा होना जेसे लक्षण बहुत ही कम दिखाई देंगे, इस बार आपके वक्षस्थल में कुछ ज्यादा बदलाव नहीं आएगा और सबसे बड़ी बात ये है कि इस बारे आपको डिलीवरी में पहले के मुकाबले दर्द भी कम महसूस होगा
इस बार आपको आपके शिशु की हलचल पहले के मुकाबले कुछ लड़ी ही सुनाई देने लगेगी और आप बहुत ही आसानी से इसे महसूस भी कर पायेगी इस बार आप में पहले जैसे उत्तेजना नहीं होगी, आपके मन में रोमांच तो होगा लेकिन हर राह चलते को ये खुशखबरी सुनाने की उमंग नहीं होगी एक सामान्य सी प्रक्रिया है जो सभी में होती है, इससे आपके दुसरे बच्चे के लिए प्यार में कोई कमी नहीं आयेगी
इस बार आपकी डिलीवरी में पहले के मुकाबले दर्द कम होगा और ये आसानी से हो जायेगा पहले बच्चे के जन्म के समय वे मांसपेशिय ढीली पड़ गयी होगी इसलिए दुसरे बच्चे के जन्म में अधिक टाइम भी नहीं लगेगा आपका डिलीवरी का प्रत्येक स्टेप पहले के मुकाबले बहुत छोटा होगा
इस बार आपको प्रेगनेंसी का पहले के मुकाबले जल्दी अंदाजा हो जायेगा क्योकि दूसरी बार में प्रेगनेंसी के लक्षणों को पहचानना बहुत ही आसन होता है जबकि ये लक्षण पहले के मुकाबले कम होंते है फिर भी इन्हें आसानी से पहचाना जा सकता है इस बार आपका सुबह के समय ज्यादा जी नहीं मचलायेगा और पाचन की गड़बड़ी भी ज्यादा नहीं होगी इस बार आपको थकान कुछ ज्यादा महसूस होगी क्योकि पहले की मुकाबले इस बार आपको आराम का समय कम मिलेगा इस बार आपको कुछ खाने में रूचि न होना या कुछ खाने की इच्छा होना जेसे लक्षण बहुत ही कम दिखाई देंगे, इस बार आपके वक्षस्थल में कुछ ज्यादा बदलाव नहीं आएगा और सबसे बड़ी बात ये है कि इस बारे आपको डिलीवरी में पहले के मुकाबले दर्द भी कम महसूस होगा
इस बार आपको आपके शिशु की हलचल पहले के मुकाबले कुछ लड़ी ही सुनाई देने लगेगी और आप बहुत ही आसानी से इसे महसूस भी कर पायेगी इस बार आप में पहले जैसे उत्तेजना नहीं होगी, आपके मन में रोमांच तो होगा लेकिन हर राह चलते को ये खुशखबरी सुनाने की उमंग नहीं होगी एक सामान्य सी प्रक्रिया है जो सभी में होती है, इससे आपके दुसरे बच्चे के लिए प्यार में कोई कमी नहीं आयेगी
इस बार आपकी डिलीवरी में पहले के मुकाबले दर्द कम होगा और ये आसानी से हो जायेगा पहले बच्चे के जन्म के समय वे मांसपेशिय ढीली पड़ गयी होगी इसलिए दुसरे बच्चे के जन्म में अधिक टाइम भी नहीं लगेगा आपका डिलीवरी का प्रत्येक स्टेप पहले के मुकाबले बहुत छोटा होगा

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